शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2025

परीक्षा में नकल रोकने के संबंध में गूगल मीट के माध्यम से सीधा संवाद किया

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा सत्र 2024-25 की परीक्षाओं को नकल रहित बनाने के लिए व्यापक स्तर पर नकल उन्मूलन अभियान के दूसरे चरण में बोर्ड सचिव श्री अजय चोपड़ा प्रदेशभर के 1500 स्कूलों में प्राचार्यों, मुख्य अध्यापकों तथा छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, एस.एम.सी सदस्यों, पंचायत प्रतिनिधियों से गूगल मीट के माध्यम से सीधा संवाद करते हुए।

संवाददाता

भिवानी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा सत्र 2024-25 की परीक्षाओं को नकल रहित बनाने के लिए व्यापक स्तर पर नकल उन्मूलन अभियान के दूसरे चरण में आज बोर्ड सचिव श्री अजय चोपड़ा ने प्रदेशभर के 1500 स्कूलों में प्राचार्यों, मुख्य अध्यापकों तथा छात्र-छात्राओं, अभिभावकों, एस.एम.सी सदस्यों, पंचायत प्रतिनिधियों से गूगल मीट के माध्यम से सीधा संवाद किया। संवाद करने से पूर्व बोर्ड सचिव ने राजकीय उच्च विद्यालय ढाणा नरसान के कार्यवाहक मुख्य अध्यापक समाजशास्त्र प्रवक्ता सुरजीत शर्मा द्वारा नकल उन्मूलन के लिए छात्रों को प्रेरित करने वाली वीडियो का विमोचन किया और सभी स्कूल मुखिया से अपील करते हुए कहा कि वीडियो बहुत प्रेरक है और अपने-अपने माध्यम से इसका अधिक से अधिक प्रचार करें तथा सभी छात्र-छात्राओं को वीडियो दिखाया जाए। वीडियो को बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा तथा सभी बोर्ड से संबंधित सोशल मीडिया ग्रुप में डाला जाएगा। यह वीडियो प्रवक्ता श्री सुरजीत शर्मा द्वारा नकल उन्मूलन अभियान के तहत शिक्षा बोर्ड को भेंट किया है ताकि छात्र-छात्राएं इस वीडियो से प्रेरित होकर नकल जैसी बुराई से दूर रहे। सचिव ने संवाद के दौरान नकल के दुष्प्रभाव से सभी को अवगत करवाया और आह्वान किया कि आने वाली परीक्षाएं पूरी तरह से नकल रहित हों।


उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि वर्तमान समय में सरकार ने पूरी तरह भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन के लिए कमर कस रखी है। पिछले 10 वर्षों के दौरान सरकारी नौकरियों में पारदर्शिता आई है और केवल वही बच्चें सफलता प्राप्त कर रहे हैं जो अपने स्तर पर मेहनत करते हैं और नकल रहित परीक्षा देकर अच्छे अंक प्राप्त कर रहे हैं। हम सभी का पहला उद्देश्य नकल रहित परीक्षा होना चाहिए क्योंकि नकल मानसिक विकास को अवरूध कर देती हैं और विद्यार्थी आत्मनिर्भर होने की बजाय नकल पर निर्भर हो जाता है, पूरे शिक्षक समाज का यह कर्तव्य बनता है कि हम इस बुराई को जड़ से मिटाएं और छात्रों को नकल के दुष्प्रभाव के बारे में अवगत करवाएं इसके लिए सामाजिक संस्थाओं का सहयोग अति आवश्यक है। विद्यालय स्तर पर पंचायत, एसएमसी सदस्यों, अभिभावकों का पूर्ण सहयोग लेकर उन्हें नकल के प्रभाव से अवगत कराया जाए और परीक्षा के दौरान नकल उन्मूलन में उनकी पूरी सहायता ली जाए।

उन्होंने विद्यालय मुखियाओं को निर्देश दिए कि परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध किया जाए, साथ ही प्री-बोर्ड परीक्षाओं को पूरी तरह नकल रहित बनाया जाए ताकि आने वाली परीक्षाओं के लिए विद्यार्थी पहले से ही तैयार हो पाएं। उन्होंने कहा कि बोर्ड ने नकल रोकने के लिए पहले से ही कई प्रशासनिक सुधार किए हैं जिसमें हमें सफलता भी प्राप्त हुई है परंतु नकल एक ऐसी बुराई है जिसे विद्यार्थी में नैतिक मूल्यों का विकास कर आसानी से खत्म किया जा सकता है इसके लिए भी अध्यापक अपने स्तर पर प्रयास करें। बोर्ड सचिव ने नकल उन्मूलन के अलावा नशा मुक्त विद्यालय और नशा मुक्ति विद्यार्थी अभियान पर भी जोर दिया। उन्होंने अपने संवाद के दौरान अध्यापकों को इस बारे में दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा कि बोर्ड का उद्देश्य विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना है और सामाजिक बुराई के रूप में नशे जैसी बुराई को हम गंभीरता से ले रहे हैं। स्कूल मुखिया और अध्यापक इस बात का ध्यान रखें कि आपके आसपास धूम्रपान करने वाला कोई ना हो साथ ही समय-समय पर विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव से भी अवगत करवाते रहें। अभिभावक मीटिंगों के दौरान इस विषय को गंभीरता से लें और अध्यापक अपना अमूल्य योगदान नशे जैसी बुराई को मिटाने में दें।


फिर से आ रहा है करण… अखाड़ा सीजन 2

- सीजन वन की कामयाबी के बाद “अखाड़ा फिर से सज रहा है”…

- मौत को मात देकर जिंदगी के अखाड़े में फिर से उतरेगा “करण” 

- अपनी दमदार कहानी और मजबूत किरदारों के चलते लोगों को काफी पसंद आई थी अखाड़ा वेब सीरीज़

- ताकत, राजनीति, वफादारी और अस्तित्व को बचाने की जंग के साथ क्राइम थ्रिलर है अखाड़ा…  फिर से 

- अखाड़ा के पहले सीजन को मिली थी 8.7 रेटिंग, पुराने किरदारों के साथ कुछ नए किरदारों के संगम से इस बार और भी दमदार होगी सीरीज 

- पहले सीजन में अधूरे रहे जवाबों को पूरा करेगी अखाड़ा-2, संदीप गोयत और मेघना ने अपने किरदारों से सभी को किया है प्रभावित 

- 25 फरवरी से स्टेज ओटीटी पर हरियाणवी, राजस्थानी और भोजपुरी बोलियों में रिलीज़ होगी वेब सीरीज़ 

संवाददाता

पहले सीजन की शानदार कामयाबी के अखाड़ा फिर से सजने जा रहा है।पहले सीजन के अंत में जहां करण को गोली लग गई थी, वहीं अब मौत को मत देकर जिंदगी के अखाड़े में फिर से उतर रहा है करण। अखाड़ा का सीजन वन दो साल पहले स्टेज एप पर आया था और लोगों ने इसे काफी पसंद किया था। अब अखाड़ा फिर से… सीजन 2 स्टेज एप पर 25 फरवरी को रिलीज़ हो रहा है।ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब कोई हरियाणवी वेब सीरीज़ तीन अलग-अलग बोलियों - हरियाणवी, राजस्थानी और भोजपुरी में एक साथ रिलीज़ हो रही है। अखाड़ा का सीजन 2 ताकत, राजनीति, वफादारी और अस्तित्व को बचाने की जंग के साथ क्राइम थ्रिलर वेब सीरीज़ है। पहले सीजन में अधूरे रहे सवालों के जवाब दूसरे सीजन में मिलेंगे। पहले सीजन में गरीब परिवार का एक लड़का करण जो पहलवान बनने के सपने देख रहा है वो अखाड़े के अंदर की राजनीति का शिकार हो जाता है। इसका खामियाजा उसके परिवार को भी उठाना पड़ता है, जिसके चलते करण का पहलवान बनने का सपना पीछे छूट जाता है और वह एक गैंगस्टर बनने की दिशा में चल पड़ता है। अब सीजन 2 में पता चलेगा कि करण जिंदा है या मर गया? अगर करण जिंदा है तो क्या वह अपने परिवार का बदला ले पाएगा? क्या करण दोबारा कभी पहलवानी कर पाएगा? क्या करण और मेघना का प्यार सिरे चढ़ पाएगा? 

पहले सीजन को मिली थी शानदार कामयाबी :  स्टेज एप पर 2 साल पहले आए अखाडा के सीजन वन को शानदार कामयाबी मिली थी। न केवल हरियाणा बल्कि आसपास के राज्यों में भी लोगों ने इसकी काफी सराहना की थी। आईएमडीबी पर पहले सीजन को 8.7 की रेटिंग मिली थी। अखाड़ा के लीड किरदार करण की भूमिका निभाने वाले संदीप गोयत को इसके लिए हरियणा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी मिला था। इतना ही नहीं अखाड़ा के सीजन वन को स्टेज एप पर एक करोड़ से भी ज्यादा मिनट देखा गया था। यह वेब सीरीज़ न केवल हरियाणा बल्कि आसपास के राज्यों में भी लोगों को काफी पसंद आई थी। पहले सीजन की कामयाबी को आगे बढ़ाते हुए ही सीजन 2 आ रहा है। 

क्या है सीजन 2 की कहानी :  अखाड़ा के सीजन 2 की कहानी वहीं से शुरू होती है जहां पर पहला सीजन खत्म हुआ था। पहले सीजन के अंत में करण को गोली लग जाती है लेकिन दूसरे सीजन में दिखाया गया है कि जब करण को गोली लगी तो देसी कट्टा बदमाश के हाथ में ही फट गया था। करण गंभीर स्थिति में एक ऑटो ड्राइवर कृष्ण को मिलता है जो उसकी जान बचाता है। बाद में करण, उसकी मां और कृष्ण एक साथ परिवार की तरह रहते हैं। करण शुरू से ही अपने परिवार का बदला लेना चाहता है लेकिन साथ ही चाहता है कि गांव में अखाड़ा फिर से शुरू हो और नए बच्चे पहलवानी करें। करण अपना बदला लेने के लिए आखन का पीछा करता है और वे दोनों अखाड़े में आमने-सामने भी होते हैं। दूसरी तरफ, पूनम जो अब थाने में सब इंस्पेक्टर है वहां एक नया इंस्पेक्टर आ जाता है। करण बार-बार पूनम को कहता है कि उसकी जिंदगी काली हो गई है और उसे किसी दूसरे से शादी करने के लिए कहता है। जिसके बाद पूनम इंस्पेक्टर के साथ शादी करने के लिए तैयार हो जाती है। दूसरे सीजन की कहानी में एएसआई का सस्पेंस से भरा और दमदार किरदार है जो पुलिस को ही धोखा दे रहा होता है। नए सीजन में कुछ नए किरदार भी अपने अभिनय से लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करेंगे। कहानी में एक नेता गरीब परिवार और वहां रहने वाली महिलाओं करता है वह भी अलग और रोचक एंगल दिखाया गया है। कहानी के अंत में पता चलेगा कि बदले के लिए निकला करण बदला ले पाएगा या नहीं। पूनम, करण और इंस्पेक्टर के लव ट्रायंगल का क्या अंजाम रहेगा। 

अक्तूबर-2024 में संचालित हुई डी.एल.एड. परीक्षा का परिणाम कल होगा घोषित

- बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर देख सकते हैं परिणाम

भिवानी।  हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव श्री अजय चोपड़ा, ह.प्र.से. ने आज यहाँ बताया कि डी.एल.एड. परीक्षा प्रवेश वर्ष-2023-2025 प्रथम वर्ष (नियमित) का परिणाम 08 फरवरी, 2025 को घोषित होगा। सम्बन्धित छात्र-अध्यापक अपना परीक्षा परिणाम बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर दिए गए लिंक से देख सकते हैं। इस परीक्षा का संचालन अगस्त/सितम्बर/अक्तूबर-2024 में करवाया गया था।

उन्होंने आगे बताया कि छात्र-अध्यापकों की Performance sheets शिक्षण संस्थाओं की लॉगिन आईडी पर भेजी जाएगी। इस परीक्षा में रि-अपीयर रहे छात्र-अध्यापकों के आगामी परीक्षा फरवरी/मार्च-2025 हेतु आवेदन-पत्र 09 फरवरी से 14 फरवरी, 2025 तक सम्बन्धित संस्था की लॉगिन आईडी के माध्यम से ऑनलाइन भरे जाएगें। सभी सम्बन्धित संस्थाएं निर्धारित तिथियों में ही ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया पूर्ण करना सुनिश्चित करें, इसके उपरान्त आवेदन का अवसर नहीं दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस परीक्षा परिणाम में रि-अपीयर रहे छात्र-अध्यापकों की परीक्षा फरवरी/मार्च-2025 में संचालित करवाई जानी है। रि-अपीयर परीक्षा के लिए शुल्क 800/- रूपये प्रति विषय है, एक से अधिक विषयों में रि-अपीयर है तो परीक्षा शुल्क प्रति विषय 200/- रूपये अतिरिक्त देय होगा व अधिकतम परीक्षा शुल्क 2000/- रूपये प्रति छात्र-अध्यापक होगा। सम्बन्धित शिक्षण संस्थान 09 फरवरी से 14 फरवरी, 2025 तक ऑनलाइन आवेदन करना सुनिश्चित करें।

उन्होंने आगे बताया कि इस परीक्षा परिणाम के आधार पर जो छात्र-अध्यापक अपनी उत्तरपुस्तिकाओं की पुन: जाँच अथवा पुनर्मूल्यांकन करवाना चाहते हैं तो वे निर्धारित शुल्क सहित परिणाम घोषित होने की तिथि से 20 दिन तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 

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