मंगलवार, 15 अक्तूबर 2013

पोषण पहलू को शामिल किए बिना भोजन के अधिकार को समझा नहीं जा सकता: जय गुप्ता

संवाददाता

नई दिल्ली। सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि, विधि ज्ञाता एवं फियान (फूड फस्र्ट इन्फारमेशन एंड ऐक्शन नेटवर्क) इंडिया की सहयोगी संस्थाएँ, जो भारत में भोजन के अधिकार हेतु समर्पित हैं, राइट टू फूड एंड न्यूट्रिशन वाच 2013 के छठें संस्करण के विमोचन तथा विश्व खाद्य दिवस मनाने के लिए आज फियान के जंगपुरा स्थित कार्यालय में एकत्र हुए।
वाच का वर्ष 2013 का संस्करण उन नीतियों का विरोध करते हुए जो विश्वव्यापी भूख के लिए जिम्मेदार हैं उनके बेहतर विकल्पों की बात करता है। इस रिपोर्ट में सार्वजनिक नीतियों के विकास में व्यक्तियों एवं समुदायों की अर्थपूर्ण भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। रिपोर्ट कहती है कि ऐसे देशों में जहाँ बड़ी संख्या में लोग भोजन की कमी से जूझ रहे हैं, यह जरूरी है कि अंतर्राष्ट्रीय नियम के अंतर्गत वे अपने दायित्वों को निभाएँ और उन नीतियों के लिए कार्य करें जो संसाधनों के स्थानीय नियंत्रण को प्रोत्साहित करती हैं। विदेशी निवेशकों को उन समुदायों में क्षेत्रातीत दायित्वों को निभाना जरूरी है जिसमें वे निवेश करते हैं।
इस पुस्तक का विमोचन करते हुए दिल्ली बार कौंसिल के अध्यक्ष श्री जय गुप्ता ने फियान इंडिया के साथ समन्वय को व्यक्त करते हुए कहा कि पोषण पहलू को शामिल किए बिना भोजन के अधिकार को समझा नहीं जा सकता है। फियान इंडिया की उपाध्यक्ष सुश्री सुमन ने इस पुस्तक का संक्षेप में वर्णन किया और यह बताया कि यूनिसेफ की “प्रोग्रेस फाॅर चिल्ड्रेनः अ रिपोर्ट कार्ड आन न्यूट्रिशन“ मई 2006 के अनुसार भारत में 5.7 करोड़ बच्चे कुपोषण का शिकार हैं जो पूरी दुनिया के कुपोषित बच्चों का एक-तिहाई है। उन्होंने आगे कहा कि तथाकथित विकास नीतियाँ गरीब समुदायों के सीमांतीकरण को बढ़ावा देती हैं और भूख, कुपोषण एवं गरीबी को बढ़ा देती हैं। अन्य वक्ताओं ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे और फियान के कार्य का समर्थन किया। यूनीसेफ की रिपोर्ट के अनुसार 21.38 करोड़ लोग आज भी कुपोषित है। जिसमें यह भी पता लगा है कि 46 प्रतिशत बच्चे आज भी कुपोषण का शिकार है। विश्व में अकेले भारत में ही 1/3 बच्चे कुपोषण का शिकार है।





गांधी नगर विधानसभा की वोटर लिस्ट सही करने की मांग

  •  मतदाता सूची भी ठीक नही है जिससे सीधा असर मतदान पर
  • लोगों के कुछ वोट अपनी सही मतदाता सूची के स्थान पर दूसरी मतदाता सूची में जुडे़ हुए हैं
  • पहले भी कई बार इसकी शिकायत की जा चुकी परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं
  • दो जगह नाम होगा तो उसकी गिनती भी दो जगह होगी
  • बीएलओ किसी और को मतदाता पहचान पत्र दे देते हैं
संवाददाता
नई दिल्ली। विधानसभा के चुनाव भी नजदीक हैं और मतदाता सूची भी ठीक नही है जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसका सीधा असर मतदान पर पड़ेगा। यह कहना है नई पीढ़ी-नई सोच संस्था के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष साबिर हुसैन। 
साबिर हुसैन ने बताया कि बुलंद मस्जिद, शास्त्री पार्क क्षेत्र जो कि गांधी नगर विधानसभा (61) व धर्मपुरा वार्ड (233) में आता है। यहां अक्टूबर, 2010, अक्टूबर, 2011, नवंबर 2012 व अगस्त 2013 में नए मतदाता पहचान पत्र के लिए 6 नंबर के फार्म भरे गए थे। इनमें जो मतदाता पहचान पत्र बने हैं उनकी मतदाता सूची सही नही हैं जिसकी वजह से लोगों के कुछ वोट अपनी सही मतदाता सूची के स्थान पर दूसरी मतदाता सूची में जुडे़ हुए हैं। इसके बारे में पहले भी कई बार पत्र से इसकी शिकायत की जा चुकी परंतु इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। अब भी नए मतदाता पहचान पत्र के लिए 6 नंबर के फार्म भरे जा रहे हैं।
साबिर हुसैन ने बताया कि लोग अपना नाम जुड़वाने के लिए फिर से 6 नंबर के फार्म भरे रहे हैं जिन लोगों ने पहले फार्म भरे थे और उनका नाम किसी और लिस्ट में आ गया होगा तो इससे चुनाव कार्यालय की ओर से फिर से उसका नाम जोड़ दिया जाएगा और आने वाले समय परेशानी होगी क्योंकि उसका नाम दो जगह होगा व उसकी गिनती भी दो जगह होगी।
उन्होंने बताया कि मान लीजिए किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची पार्ट नंबर 17 में होना चाहिए मगर उसका नाम मतदाता सूची पार्ट नंबर 15 में जोड़ दिया गया है। मतदाता सूची पार्ट नंबर 17 बुलंद मस्जिद, शास्त्री पार्क बी-ब्लाक की और मतदाता सूची पार्ट नंबर 15 कादरी मस्जिद, शास्त्री पार्क में आता है। अब इस मतदाता के परिवार के अन्य सदस्यों के नाम 17 में है और इसका नाम 15 में है। दोनों पोलिंग बूथ की दूरी लगभग 1 किमी है, दूरी की वजह से यह मतदाता अपना बहुमूल्य वोट देने नहीं जाएंगे और जो चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं को 4-5 दिन पहले मतदाता पर्ची बंटी जाएंगी उसमें भी परेशानी आएगी। इसी वजह से नगर निगम चुनाव में भी इसका असर देखने को मिला क्योंकि उन्हें मतदाता पर्ची नहीं मिली क्योंकि मतदाता सूची सही ने होने के कारण मतदाता अपना बहुमूल्य वोट देने से वंचित रहे गए। यह परेशानी सभी मतदाता सूची में हैं।
साबिर हुसैन ने बताया कि इसी के साथ यहां एक परेशानी और है वह यह है कि यहां बने मतदाता पहचान पत्र काफी लोगों को अभी तक नहीं मिले हैं। यदि कोई मतदाता अपना मतदाता पहचान पत्र मतदाता पंजीकरण कार्यालय लेने जाता है तो उससे कहा जाता है कि तुम्हारा मतदाता पहचान पत्र तुम्हारे इलाके में बांटे जाएंगे यहां पर भी बीएलओ किसी और को मतदाता पहचान पत्र दे देते हैं जिसकी एवज में लोगों को मुंह मांगी कीमत तक चुकाना पड़ती है या यह किसी और के हाथ लग जाते हैं जिसका गलत फायदा कभी भी उठया जा सकता है अभी जो मतदाता पहचान पत्र बांटे गए है वह भी बीएलओ ने किसी और को दे दिये। या मतदाता पंजीकरण कार्यालय वाले कहते हैं कि पुलिस स्टेशन से एनसीआर लेकर आओ तब तुम्हारा मतदाता पहचान पत्र मिलेगा। जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान दिया जाए, क्योंकि विधानसभा के चुनाव भी नजदीक हैं और मतदाता सूची भी ठीक नही है जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा व मतदान पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा जिनकी वजह से यह गलती हुई है या जिनकी वजह से लोगों को अभी तक मतदाता पहचान पत्र नहीं मिले हैं उनको कड़ी से कड़ी सजा दी जाए व मतदाता सूची को जल्द से जल्द ठीक कराया जाए। जिससे सभी को मतदान करने का अधिकार मिल सके।
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