दिलीप यादव
खगड़िया
(अलौली)। जश्ने ईद मिलादुन्नबी के सिलसिले में सहसी पंचायत के मरकजी
खानकाह फरीदिया जोगिया शरीफ में बीती शाम गांव वाले के साथ बैठक हुई। इस
दौरान जुलुस ए मोहम्मदी को लेकर चर्चा हुई बैठक का अध्यक्षता खानकाह
फरीदिया के सज्जादा नशीन हजरत बाबू मुहम्मद सईदैन फरीदी ने की। उन्होंने
बताया कि जुलूस ए मोहम्मदी को अमन चैन आपसी भाईचारा के साथ बेहतर
तरीके से निकलने पर चर्चा हुई, ईद मिलादुन्नबी कोरोना के कारण दो साल के
बाद ईद मिलादुन्नबी मनाने को लेकर सभी उत्साहित हैं।
जुलूस
9 अक्टूबर सुबह 9 बजे दरगाह शरीफ के मैदान से निकल कर जोगिया गांव होते
हुए एलाश चौक फिर उसी रास्ते होते हुए नया टोला और हरिपुर बाजार तक जाएगी।
इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मोहम्मद के जन्मदिवस ईद मीलादुन्नबी के उपलक्ष्य में खानकाह फरीदिया जोगिया शरीफ की ओर से शुक्रवार की रात मिलाद कांफ्रेंस हुई।
इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मोहम्मद के जन्मदिवस ईद मीलादुन्नबी के उपलक्ष्य में खानकाह फरीदिया जोगिया शरीफ की ओर से शुक्रवार की रात मिलाद कांफ्रेंस हुई।
अध्यक्षता
हजरत बाबू सकलैन फरीदी ने की। उन्होंने कहा कि हजरत मोहम्मद का जन्मदिवस
मनाने के साथ ही हमें अपने नबी की सीरत को खुद में उतारने की जरूरत है। वो
अंधेरी दुनिया को इंसानियत की मशाल से रोशन करने के लिए आए थे। अल्लाह ने
उन्हें मात्र मुसलमानों के लिए नहीं बल्कि संसार के हर जीव के लिए दयावान
बना कर भेजा था। पटना बिहार से आए मुख्य वक्ता हजरत मौलाना सैयद इमाम
उद्दीन हाशमी साहब ने कहा कि नबी जिस मिशन को लेकर दुनिया में आए थे उसे
अपनी जिंदगी का हिस्सा बना कर दूसरों तक पहुंचना उनके लिए सच्ची मुहब्बत की
निशानी है। हम दीन धर्म की बात जुबां से तो खूब करते हैं लेकिन धर्म के
रास्ते से दूर भागते जा रहे हैं। ईद मिलादुन्नबी पर खुशी मनाने के बजाय नबी
के नाम पर किसी भूखे के घर हफ्ते-दो हफ्ते का खाना पहुंचा दें। किसी गरीब
मरीज की दवा करा दें। दो-चार लोग मिलकर किसी गरीब के ऑपरेशन का खर्चा उठा
लें। अनाथ व बेसहारा बच्चे को गोद ले लें। किसी गरीब बेटी या बेटे की शादी
करा दें। समापन खानकाह फरीदिया के सज्जादा नशीन की दुआ से हुआ।
बाबू
मुहम्मद सिबतैन फरीदी, बाबू हरमैन फरीदी, बाबू जुन्नुराइन फरीदी, बाबू
बहराइन फरीदी,बाबू नुरुल एन फरीदी, बाबू फेदाए रसूल फरीदी, बाबू तौफीक
फरीदी, नवैद आलम, अरबाज ,फैजान अहमद , मुहम्मद साकिर , मुहम्मद जुलफक्कर ,
मौलाना मुस्तकीम फरीदी , हाफिज शकील अशरफी , गुलाम अहमद रजा , अकबर ,
मुखिया नौशाद सरपंच सिराज उद्दीन , समेति इसरारूल हक,मास्टर चांद बाबू, उमर
अली, मकसूद अहमद,मोहम्मद आजाद,साकिर मिस्त्री, वार्ड पार्षद मोहम्मद साहिर
प्रतिनिधि मुशर्फ ,मेराजुल हक , गुलफराज आदि लोग मौजूद थे।
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