- लोगों को ठगने में काम आने वाली असली नोटों जैसी दिखने वाली रद्दी कागज की 02 गड्डियां व वारदात में इस्तेमाल ऑटो DL-1RAB-4282 भी बरामद
- तीनों आरोपी पहले भी अपराधिक मामलों में शामिल पाए गए
असलम अल्वी
तद्नुसार, शिवम की शिकायत पर थाना वेलकम में भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 304(2)/3 (5) के तहत मुकद्दमा दर्ज कर जांच शुरू की जाती है|
जांच के दौरान इंस्पेक्टर रुपेश कुमार खत्री, थानाध्यक्ष- वेलकम के नेतृत्व में एक टीम जिसमे इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिंह, एसआई योगेश कुमार, एएसआई रामबीर, संजय तेवतिया, हैड कांस्टेबल हरेंद्र, ललित, अरुण, कुलदीप और कांस्टेबल विनोद और हरवीर धामा शामिल थे का गठन किया गया। टीम ने एसीपी/भजनपुरा की देखरेख व श्री हरेश्वर वी. स्वामी, आईपीएस, डीसीपी/उत्तर-पूर्वी जिला के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए विभिन्न स्रोतों से मामले में जानकारी इकठ्ठा कर वारदात में शामिल निम्न 03 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से पीड़ित शिवम का लूटा हुआ बैग, कपडे, कागजात व मोबाइल फ़ोन बरामद कर लिया। इसके अलावा लुटेरों के कब्जे से असली नोटों जैसी दिखने वाली रद्दी कागज की 02 गड्डियां व वारदात में इस्तेमाल ऑटो भी बरामद किया गया। पकडे गए व्यक्तियों की पहचान निम्न के तौर पर की गई :
- सलीम पुत्र रहीस निवासी ई-1281, जेजे कॉलोनी, बवाना, दिल्ली उम्र- 48 वर्ष
- रुस्तम पुत्र कय्यूम निवासी ई-1176, जेजे कॉलोनी, बवाना, दिल्ली उम्र- 23 वर्ष
- आकाश पुत्र वीरेंद्र निवासी ई-1512, जेजे कॉलोनी, बवाना, दिल्ली उम्र- 42 वर्ष
मामले में आगे की गहन पूछताछ में तीनों व्यक्तियों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए बतलाया वो ज्यादातर बस अड्डे व भीड़भाड़ वाले स्थानों के पास अपना ऑटो लेकर खड़े हो जाते हैं और यात्रिओं को उनके गंतव्य स्थान पर पहुँचाने के लिए ऑटो में बैठा लेते हैं तथा रास्ते मे झांसा देकर असली नोटों जैसी दिखने वाली रद्दी कागज की गड्डियां देकर यात्रियों से उनका सामान ले लेते हैं। यदि कोई व्यक्ति उनके झांसे में नहीं आता तो वे जबरदस्ती उसका सामान छीनकर उसे किसी सुनसान स्थान पर उतारकर भाग जाते हैं। इस मामले में भी उन्होंने पीड़ित शिवम को पहले उसके सामान, मोबाइल फोन व पैसों के बदले कागज के नोटो की गड्डियां देने की बात की मगर जब वो नहीं माना तो उन्होंने ऑटो से उतरने का बहना बनाकर पहले उसे ऑटो से नीचे उतार दिया तथा उसका बैग जिसमें शिवम के कपड़ व मोबाइल फोन थे लूटकर भाग गए। तत्पश्चात, वर्तमान मामले की धाराओं को 309(6)/3(5) बीएनएस के रूप में परिवर्तित किया गया। पकडे गए तीनों आरोपी पहले भी लूट व अन्य मामलों में शामिल पाए गए हैं। मामले में आगे जांच जारी है।
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